छाती में दर्द के कई कारण इन्हें पहचानना सीखिए: डाॅ. पीयूष जैेन (डिपार्टमेंट आॅफ प्रीवेंटिव कार्डियोलाॅजी, फोर्टिस हाॅस्पिटल, दिल्ली।)
छाती के दर्द यानी एन्जाइना की बीमारी। दिल को पर्याप्त मात्रा में खून न पहुंचने के कारण यह समस्या होती है। कोरोनरी आर्टरिज़ में ब्लाॅकेज इसका है। लेकिन हर तरह के छाती के दर्द को एन्जाइना नहीं कह सकते। एन्जाइना को पहचानने के लिए ध्यान रखिए-
अलग तरह का सेंसेशन: छाती में टाइटनेस या प्रेशर महसूस करना या लगना कि कोई छाती को दबा रहा है तो यह दर्द एन्जाइना का हो सकता है।
रेगुलर पैटर्न: एन्जाइना का दर्द रेगुलर पैटर्न में होता है। काम करने पर दर्द बढ़ जाता है तो इसे स्टेबल एन्जाइना कहते हैं। स्ट्रैस या एक्साइटमेंट पर भी यह दर्द बढ़ने लगता हैै। क्योंकि दिल को ज्यादा खून की जरूरत पड़ती है जो कोरोनरी आर्टरीज़ में ब्लाॅकेज होने के कारण संभव नहीं हो पाता है। एनजिना का दर्द 30 मिनट से ज्यादा नहीं रहता और सुबह के वक्त यह समस्या ज्यादा रहती है। इसके अलावा एक्सरसाइज़ करने पर हार्टबर्न, पसीना आना या बेहोश महसूस करना भी एन्जाइना के लक्षण हैं। बुजुर्गों और डायबिटीज़ के मरीजों में यह बीमारी ज्यादा होती है। ज्यादा खाना, सर्दी का ज्यादा एक्सपोजर या धूम्रपान करने से भी एन्जाइना की समस्या बढ़ती है। इस बात की तरफ ध्यान देने की जरूरत है कि जैसे-जैसे कोरोनरी आर्टरीज़ का ब्लाॅकेज़ बढ़ता है तो एन्जाइना का दर्द जल्दी होने लगता है।
नाइट्रोग्लीसरिन मददगार रहेगा: एन्जाइना का दर्द कम करने के लिए नाइट्रोग्लीसरिन को दस मिनट तक जुबान के नीचे रखिए। दर्द कम होने लगेगा।
एन्जाइना है या हार्ट अटैक, ऐसे जानिए...
कोरोनरी आर्टरीज़ पूरी तरह ब्लाक होने के बाद हार्ट अटैक आता है। जबकि इसका दर्द कुछ-कुछ एन्जाइना से मिलता है। ऐसे जानिए दोनों के बीच अंतर-
1: छाती का दर्द 20 मिनट से ज्यादा देर के लिए हो रहा है और यह बढ़ता जा रहा है तो हार्ट अटैक है।
2: दर्द के साथ पसीना या उल्टी आ रही है। बेहोशी छा रही है तो भी हार्ट अटैक हैं।
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